कोरोना वायरस कोविड 19, लॉकडाउन जैसे शब्द सुनते हि हमारी रूह कांप जाती है।
आज से ठीक 5 साल पहले इन ही दिनों 2019 में चीन के वुहान शहर से एक वायरस निकला जो चंद दिनों में एक महामारी में तब्दील हो गया। जिसमें दुनिया के अलग–अलग देशों के 70 लाख से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। अब एक और नया वायरस चीन की कोख से निकल चुका है जिसे वैज्ञानिकों ने HMPV ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस न्यूमोविरिडे नाम दिया है।
भारत में अब तक इसके 2 मामले सामने आए है।
8 महीने और 3 महीने के बच्चें इस वायरस से संक्रमित मिले। दोनों इस वक्त बेंगलुरु के एक अस्पताल में भर्ती है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स ने HMPV पर चिंता जताई है जो एक रेस्पिरेट्री (श्वसन) वायरस है जो कई एशियाई देशों को प्रभावित कर रहा है. रॉयटर्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीहाल ही में पाए गए मामलों में राइनोवायरस और मानव मेटान्यूमोवायरस जैसे रोगाणु (pathogens) शामिल हैं. विशेष रूप से चीन के उत्तरी प्रांतों में 14 वर्ष से कम आयु के लोगों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है.’
HMPV वायरस है क्या?
HMPV 2001 में खोजा गया था। HMPV न्यूमोविरिडे परिवार का सदस्य है ।रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस की ही फैमिली है।
यह वायरस लंग्स संक्रमण का कारण बनता है। जो आम सर्दी,फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है।
CDC सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार ये वायरस कमज़ोर इम्यूनिटी वाले लोगों को अपना शिकार बनाता है।
HMPV कैसे फैलता है।
HMPV छींकने, खांसने संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने, हाथ मिलाने, दूषित जगहों पर हाथ लगाने,
नाक, मुंह, आंख पर संक्रमित हाथों को छूने से फैलता है।
HMPV Virus के सामान्य लक्षण
HMPV वायरस के लक्षण कोविड-19 से मिलते जुलते हैं। रोगी को तेज बुखार होना, सर्दी-खांसी, नाक बंद होना या नाक का बहना, गले में खराश होना, थकान और कमजोरी होना,सांस लेने में दिक्कत होना, सांस तेजी से आना, छाती में दर्द होना, छाती में जकड़न होना, निमोनिया (Pneumonia),ब्रोंकोलाइटिस (Bronchiolitis) जैसे लक्षण दिखते हैं।
14 साल से कम उम्र के बच्चों में इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो उन्हें खाना निगलने में समस्या होना, मिजाज में चिड़चिड़ापन होना और नींद में परेशानी होने जैसे लक्षण दिखते हैं।
HMPV Virus से बचाव कैसे करें
कोविड-19 की तरह ही इस वायरस से बचाव करने के लिए आप हाथों को बार-बार साबुन से वॉश करें। हाथों को नाक और मुंह पर नहीं लगाएं।
हाथो को सेनेटाइज और साबुन से धोते रहे।
मुंह पर मास्क लगाएं। खांसते और छींकने के समय मुंह और नाक को ढकें।
संक्रामित इंसान से दूर रहें।
घर में साफ-सफाई का ध्यान रखें।
लक्षण गंभीर दिख रहे हैं तो आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
क्या HMPV है भारत के लिए है कोई नया खतरा?
यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री के तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि फिलहाल भारत (HMPV risk in India) में इस वायरस के कोई मामले रिपोर्ट नहीं हुए हैं। ऐसे में अभी इसे लेकर डरने या पैनिक होने की कोई जरूरत नहीं है। हालांकि, डॉ. रेनू के मुताबिक भारत में, वायरस को अभी तक एक बड़ा खतरा नहीं माना गया है, लेकिन भारत की घनी आबादी के कारण, अगर सही सावधानी नहीं बरती गई तो इसके फैलने की संभावना है।
चीन के विदेश मंत्रालय ने जारी की प्रेस स्टेटमेंट।
चीन की विदेश मंत्रालय प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि “सर्दियों के मौसम में रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन चरम पर होता है”। हम आपको आश्वस्त करते हैं कि चीनी सरकार चीनी नागरिकों और चीन आने वाले विदेशियों के स्वास्थ्य की परवाह करती है और यहां ट्रैवल करना सुरक्षित है।”
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