साउथ कोरिया के गुमी में एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 का आयोजन किया जा रहा है. इसका तीसरा दिन भारत के लिए शानदार रहा. 29 मई को भारतीय एथलीट्स ने गोल्ड मेडल की बरसात कर दी. देश की सबसे तेज महिला हर्डलर ज्योति याराजी, स्टीपलचेज धावक अविनाश साबले और भारत की 4×400 मीटर महिला रिले टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और अपने-अपने रेस में पहले स्थान पर रहे. ज्योति और साबले के बाद, रिले टीम की जिस्ना मैथ्यू, रूपल चौधरी, कुंजा राजिता और सुभा वेंकटेशन ने मिलकर भारत के लिए गोल्ड जीता. इन 6 भारतीय एथलीट्स ने कई पुराने रिकॉर्ड्स भी तोड़े.
भारतीय एथलीट्स का रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन
तीसरे दिन गोल्ड मेडल जीतने की शुरुआत अविनाश साबले ने की. उन्होंने स्टीपलचेज के इवेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए 8:20.92 सेकंड में रेस पूरा किया और गोल्ड जीता. साबले ने जीत के बाद कहा, “मुझे गोल्ड मेडल जीतने का पूरा भरोसा था, क्योंकि मैं इस क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ था.” साबले पिछले 36 सालों में एशियन चैंपियनशिप में स्टीपलचेज में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष बन गए हैं. भारत ने पिछली बार 1989 में इस इवेंट में गोल्ड जीता था, तब दीना राम ने ये कारनामा किया था. वहीं 1975 में हरबेल सिंह स्टीपलचेज में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय बने थे.
अविनाश साबले के बाद ज्योति याराजी ने 100 मीटर के हर्डल रेस को महज 12.96 सेकंड में पूरा करके गोल्ड मेडल जीता. इसके साथ ही उन्होंने इस चैम्पियनशिप का 27 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. उनका पिछला रिकॉर्ड 12.99 सेकंड का था. गोल्ड जीतने के बाद उन्होंने कहा, “यह अच्छा दिन था. मैं इस सीजन में 13 सेकंड के बैरियर तोड़कर खुश हूं.” इतना ही नहीं ज्योति एशियन चैंपियनशिप के 100 मीटर हर्डल रेस में गोल्ड मेडल डिफेंड करने वाली वाली पांच एथलीटों के चुनिंदा क्लब में भी शामिल हो गई हैं.
ज्योति से पहले पहले जापान के एमी अकीमोटो (1979, 1981, 1983), चीन की जांग यू (1991, 1993), चीन की सु यिनपि (2003, 2005) और चीन की ही एथलीट सुन यावेई (2009, 2011) अपना गोल्ड मेडल डिफेंड कर चुकी हैं. बता दें इसके पिछले एडिशन में यानि 2023 में ज्योति ने 13.09 सेकंड में रेस पूरा करके गोल्ड मेडल हासिल किया था. लेकिन उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय 12.78 सेकंड का है, जो नेशनल रिकॉर्ड भी है.
रिले टीम ने खत्म किया 12 सालों का इंतजार
ज्योति और साबले के कारनामों के बाद भारत की 4×400 मीटर महिला रिले टीम ने कमाल दिखाया. जिस्ना मैथ्यू, रूपल चौधरी, कुंजा रजिता और सुभा वेंकटेशन की चौकड़ी ने भारत के लिए गोल्ड की हैट्रिक लगाई. इसके साथ ही इन 4 भारतीय एथलीट्स ने 12 सालों के गोल्ड मेडल के इंतजार को खत्म किया. भारतीय महिला रिले टीम ने 3:34.18सेकंड में रेस पूरा करके फाइनल में वियतनाम को हराया.
एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत ने 29 मई को 3 गोल्ड के साथ 2 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज मेडल भी हासिल किया. इसके साथ ही इस प्रतियोगिता में कुल मेडल की संख्या 14 हो गई है. भारत फिलहाल चीन के बाद दूसरे स्थान पर है, जिसके पास 12 गोल्ड समेत कुल 21 मेडल हैं.