जयपुर। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के द्वारा की जा रही अनर्गल बयानबाजी पर पलटवार करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी में शुचिता की राजनीति को प्राथमिकता दी जाती है, ऐसे में राजनीति क्षेत्र में सभी नेताओं को भी शुचिता की राजनीति करनी चाहिए लेकिन हनुमान बेनीवाल सुर्खियों में बने रहने के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रहे है, यह उचित नहीं है। परनामी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में पेपरलीक माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भरोसा प्रदेश के युवाओं को दिया था, और भजनलाल सरकार ने सरकार बनते ही एसआईटी का गठन कर दिया। एसआईटी ने 16 माह में 292 से अधिक पेपरलीक माफियाओं को सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम किया। इतना ही नहीं, 92 लोकसेवकों को पेपरलीक में संलिप्त पाए जाने पर सेवा से बर्खास्त करते हुए इन्हें भी जेल में डालने का ऐतिहासिक कार्य किया है।
पेपरलीक मामले में भजनलाल सरकार का ऐतिहासिक कार्य, 292 आरोपी सलाखों के पीछे, 93 लोकसेवकों की सेवा समाप्त
भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सरकार बनते ही प्रदेशवासियों से वादा किया था कि पेपरलीक उद्योग में शामिल छोटी मछली से लेकर बड़े मगरमच्छ को भी बख्शा नहीं जाएगा। सीएम शर्मा ने 16 माह के अल्प कार्यकाल में यह ऐतिहासिक कारनामा कर दिखाया। भजनलाल सरकार में 223 परीक्षाएं आयोजित की गई, लेकिन एक भी परीक्षा का पेपरलीक नहीं हुआ। भजनलाल सरकार ने इन 16 माह में 67 हजार सरकारी नौकरियां देने का काम किया, वहीं 1 लाख 88 हजार भर्तियां पाइप लाइन में है। भाजपा सरकार का एक मात्र उद्देश्य है जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य किया जाए। 2014 से लेकर आज तक विभिन्न भर्तियों में 272 राजकीय कर्मचारियों की संलिप्तता होने की सूचना पर सरकार ने एसआईटी के माध्यम से जांच शुरू कर दी है।
बेनीवाल की विश्वसनीयता समाप्त हो गई है !
उद्योग राज्यमंत्री केके विश्नोई ने हनुमान बेनीवाल के बयानबाजी को ओछी राजनीति करार देते हुए कहा कि नागौर सांसद बेनीवाल की विश्वसनीयता समाज के साथ युवाओं में समाप्त हो गई है। अपनी समाप्त होती विश्वसनीयता को बचाने के लिए, अपनी राजनीति चमकाने के लिए और समाचार पत्रों की सुर्खियों में बने रहने के लिए किसी भी राजनेता के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे है। पिछले उपचुनावों में जनता ने उनको आइना दिखा दिया। हनुमान बेनीवाल जी का झूठ और पाखंड अब समाज, युवाओं के सामने आ गया है। युवा वर्ग अब इन पर विश्वास नहीं कर रहा है, इनके तंबू में संख्या तक नजर नहीं आ रही है। ऐसे में बेनीवाल जी युवाओं को भ्रमित कर रहे है।

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बेनीवाल की विश्वसनीयता समाप्त, सुर्खियों में बने रहने के लिए कर रहे है अनर्गल बयानबाजी
राज्यमंत्री केके विश्नोई ने कहा कि एसआई भर्ती परीक्षा कांग्रेस के कार्यकाल में हुई, और उस वक्त बेनीवाल जी कांग्रेस के समर्थन में थे तो कुछ बोल नहीं पाए। अब सुखियों में रहने के लिए अनर्गल बयान दे रहे है। बेनीवाल अपने राजनैतिक अस्तित्व को बचाने के लिए युवाओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे है। कभी किसी नेता के लिए खिलाफ टीका—टिप्पणी कर रहे है तो कभी महिलाओं के खिलाफ बिना किसी तथ्य के बयान जारी कर रहे है। भाजपा राज में बेनीवाल जी के सेटिंग्स चलने वाली नहीं है, उनकी सेटिंग्स का खेल अब समाप्त हो गया है। ऐसे में उनको प्रदेश के युवाओं को भ्रमित करने, राजनेताओं के खिलाफ अनर्गल बयानजारी करने के मामले में सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। सरकार की जांच में अगर बेनीवाल के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने की जरूरत हुई तो सरकार निष्पक्ष जांच करेगी वो भी कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहे।

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भजनलाल सरकार युवाओं के सपनों को साकार करने का कर रही है कार्य

विधायक कैलाश वर्मा ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि बेनीवाल युवाओं को बरगलाने और भ्रमित करने का काम कर रहे है। भजनलाल सरकार युवाओं के सपनों को साकार करने का काम कर रही है और बेनीवाल युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड कर रहे है। सिस्टम के साथ गद्दारी करने वाले लोगों को भजनलाल सरकार ने सलाखों के पीछे पहुंचाने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान की सर्वोच्च पंचायत में कहा था अब भर्ती परीक्षाओं में युवाओं के साथ अन्याय नहीं होगा। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में की गई अनियमितताओं की भी जांच होगी और दोषियों को जेल तक पहुंचाया जाएगा। सीएम शर्मा ने जो कहा, उसे पूरा भी किया। भाजपा की कथनी और करनी में अंतर नहीं होता है। भाजपा सरकार जो कहती है वो पूरा करती है।

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