क्या Jaipur में पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाने से मुसलमानों को आपत्ति है?

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जयपुर |पहलगाम हमलों के विरोध में जयपुर के जौहरी बाजार में देर रात पोस्टर लगाने पर विवाद हो गया। हालाँकि जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने तत्काल बहाल किए गए मामले को शांत कर दिया। इससे पहले काफी देर तक प्रमुख सहयोगियों पर जमे रहे, जिसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया। वहीं, बीजेपी नेता बालमुकुंद के खिलाफ धार्मिक हिंसा भड़काने का मामला दर्ज किया गया है। इस दौरान भीड़ उग्र हो गई और बड़ी चौपड़ पर हजारों लोग जमा हो गए।

क्या आतंकवाद – पाकिस्तान के विरुद्ध नारेबाजी करना मुसलमानों को चुभ गया

बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य ने जौहरी बाज़ार में आतंवाद के ख़िलाफ़ रैली निकाल रहे थे,पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे वही रास्ते में जामा मस्जिद भी थी उसकी सीढ़ियो पर विधायक ने पाकिस्तान मुर्दाबाद नारे के पोस्टर लगा दिए ये बात मुस्लिम समुदाय को इतनी चुभ गई कि उन्होंने इसका विरोध किया कहा कि इस पोस्टर से धार्मिक भावना आहत होती है । अब सवाल ये पैदा होता है कि पूरा देश,समुदाय पाकिस्तान का विरोध कर रहे है फिर जयपुर के मुसलमान ही इसको ग़लत क्यो टहरा रहे है । आख़िर पाकिस्तानियों से इतना प्रेम कैसे एक समुदाय का उमड़ रहा है ।

एक तरफ़ तो पूरे देश में पाकिस्तान की इस कायराना हरकत की निंदा की जा रही है,वही जयपुर में मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगो द्वारा पाकिस्तान के प्रति प्रेम व्यक्त किया जा रहा है ।

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विधायक आचार्य का किसी ने नहीं दिया साथ

सनातन के नाम पर राजनीति करने वाली बीजेपी के किसी भी विधायक ने बालमुकुंद आचार्य का पक्ष नहीं लिया,बल्कि प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ द्वारा उन्हें शांत रहने का आश्वासन दिया गया ।

अब सवाल ये उठता है कि एक तरफ़ विवाद होने पर सभी कांग्रेस के मुस्लिम विधायक मौके पर पहुँच गए,एमएलए पर FIR तक कर दी और यहाँ तक की विशेष समुदाय के लोग विधायक बालमुकुंद को मारने पर उतारू हो गए परंतु भाजपा का कोई भी विधायक उनके पक्ष में नहीं आये ।

विधायक रफीक खान और अमीन खान पहुंचे कमिश्नरेट

उधर, विधायक रफीक खान और अमीन खान सहित कई लोग कमिश्नरेट पहुंचे। जामा मस्जिद के बाहर भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इस दौरान मस्जिद से अपील की गई कि हमारी एफआईआर दर्ज हो गई है, इसलिए सभी लोग घर चले जाएं। लोग बालमुकुंदाचार्य को शनिवार दोपहर तक गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने से पुलिस ने एक तरफ का रास्ता बंद कर दिया। मामले को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया। एकत्रित हुए लोगों का आरोप था कि पोस्टर पर लिखा था कि ‘कौन कहता है आतंक का मजहब नहीं होता।’ इस पर एक दाढ़ी वाला व्यक्ति बना हुआ था।

भावनाएं आहत नहीं

पकिस्तान मुर्दाबाद आतंकवाद मुर्दाबार के स्टीकर बड़ी चौपड़ गणेश मंदिर, रामगंज चौराहे, जामा मस्जिद फुटपाथ और सुलभ शौचालय के बाहर लगाए हैं। किसी की धार्मिक भावनाएं आहत नहीं की है। जिस किसी को पाकिस्तान से नफरत है वो स्टीकर पर चप्पल रखकर जा सकता है और किसी को मोहब्बत है तो स्टीकर हटा सकता है।
-बालमुकुंदाचार्य, विधायक

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