नई दिल्ली: राज्यसभा में आज संविधान दिवस पर चर्चा के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश से माफी की मांग की। दरअसल, निर्मला जीएसटी का जिक्र कर रही थीं इसी दौरान रमेश ने उन्हें झूठ बोलने वाला कहा। इस आरोप पर निर्मला भड़क गईं और सभापति से आग्रह करने लगीं कि रमेश इसके लिए लिखित माफी मांगे
निर्मला ने कहा कि रमेश मेरे ऊपर झूठ बोलने का आरोप लगा रहे हैं। जो मैंने कभी नहीं बोला है। निर्मला ने कहा कि सभापति जी मैं आप पर भरोसा करती हूं, आप फैसला करें। इसपर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वो मैं फैसला करूंगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि मुझे झूठा बोलना ये साफ करता है कि कांग्रेस के खून में झूठ बोलना है। किसी को मुझे झूठा बोलने पर कोर्ट तक जान पड़ा था और वहां सॉरी बोलना पड़ा था। जब मैं रक्षा मंत्री थी। वो केवल पीएम मोदी को चोर नहीं कह रहे थे बल्कि मेरे ऊपर भी झूठ बोलने का आरोप लगा रहे थे। कौन थे वो? हालांकि, निर्मला ने साथ ही कहा कि सदन में बोले गए बातों को कोर्ट तक नहीं ले जाया जा सकता है। लेकिन मैं रमेश से माफी की मांग करती हूं।
मीसा कानून का भी किया जिक्र
निर्मला ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में मीसा कानून लाया गया था। उन्होंने कहा कि मैं ऐसे नेता को जानती हूं कि जिन्होंने इस काले कानून को याद करने के लिए अपनी बेटी का नाम मीसा रख दिया थे लेकिन आज खुद वो उसी पार्टी के साथ गठबंधन में हैं।